भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान शासकीय भवन पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सरकारी स्तर पर कोई भी मनोरंजन का कार्यक्रम नहीं होगा। सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी कलेक्टरों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को श्रृद्धांजलि सभा आयोजित की गई है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख जताते शोक संवेदना व्यक्त की है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे मप्र, छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि देश के वरिष्ठ राजनेता थे। वे उस पीढ़ी से थे, जिसने सेवा की राजनीति की है और देश की स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी। वे अजातशत्रु राजनेता थे। 1990 में उनके साथ मैं विधायक था। मृदुभाषी और सबको स्नेह करने वाले थे। जब भी कोई समस्या उनके पास लेकर जाते थे, वे बिना किसी दल का विचार किए गुण-दोष के आधार पर समाधान करते थे। मप्र और छत्तीसगढ़ ने अपना प्रिय पूर्व मुख्यमंत्री खोया है और देश ने वरिष्ठ राजनेता।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि उन्होंने जीवनपर्यंत विभिन्न् पदों पर रहकर कांग्रेस की सेवा की और पार्टी की मजबूती के लिए काम किया। एक दिन पहले ही उनका 93वां जन्मदिन था। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि वोरा जी का निधन कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके मुख्यमंत्री रहते मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था। उनके जैसा मेहनती, लगनशील और ईमानदार नेता नहीं देखा। वे सिद्धांत की राजनीति करने वाले एक निर्विवाद आदर्श नेता थे। राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने मोतीलाल वोरा को एक आदर्श अभिभावक बताया।