भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को मध्यप्रदेश की अपनी सरकार के एक साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड बताया। विधानसभा चुनाव में मतदाताओं से वचनपत्र के माध्यम किए गए वचनों की पूर्ति के बारे में सोनिया को विस्तार से जानकारी दी। कमलनाथ ने करीब एक घंटे तक राज्य सरकार के अलावा प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार की रात को दिल्ली पहुंचे थे। सोमवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। मप्र में कांग्रेस सरकार के एक साल के कामकाज के बारे में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोनिया गांधी को एक-एक वचन के बारे में जानकारी दी।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी को अब तक हुई कर्जमाफी के बारे में बताया और कहा कि सरकार के पास अगले चरण की कर्जमाफी की तैयारी भी है। कमलनाथ ने पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के प्रदेश के खजाने को खाली छोड़ने के कारण आ रही परेशानियों को भी रखा।
सूत्र बताते हैं कि सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच प्रदेश कांग्रेस संगठन को लेकर भी चर्चा हुई। पीसीसी अध्यक्ष पद पर नई नियुक्ति और सरकार द्वारा निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों पर भी बातचीत होने के संकेत हैं, लेकिन चर्चा मुख्य रूप से कमलनाथ सरकार के एक साल पूरे होने पर रही।
इसके साथ ही 14 दिसंबर को मोदी सरकार के खिलाफ दिल्ली में होने वाले आंदोलन में मप्र की भूमिका के बारे में भी दोनों नेताओं ने बातचीत की। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ, सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर क्षेत्रीय लोगों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देने भी जाएंगे। वे मंगलवार को स्थानीय कार्यकर्ताओं, मतदान केंद्र कमेटियों व पदाधिकारियों की बैठक भी लेंगे।