लखनऊ से वरिष्ठ संवाददाता अभिनव शर्मा की रिपोर्ट
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) की पदाधिकारी सुमन सिंह , मधु गर्ग, प्रेमा व माया ने गरीब पीड़ित महिला धर्मा देवी की विभूति खंड थाने में सुनवाई ना होने पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोरा को ज्ञापन देकर न्याय की मांग की। लखनऊ के विजयंत खंड गोमती नगर निवासी सपना सिंह पत्नी कमलेश सिंह ने अपनी रौब और रसूख के चलते एक गरीब दलित महिला धर्मा देवी को अपने घर बुलाकर 3 घंटे तक बंदी बना लिया। जो घरों में जाकर साफ सफाई का काम करती थी। मामले की जानकारी जब घरों में काम करने वाली और महिलाओं को हुई। सभी सपना सिंह के घर गई। जहां उसने तलवार से काट देने की धमकी दी । तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी । लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीड़ित ही पक्ष को डरा कर मामला शांत कराने का प्रयास किया । गरीब पीड़ित महिला की सुनवाई ना होने के कारण अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) को सूचना मिली तब एडवा महिला पदाधिकारी ने विभूति खंड थाने पहुंचकर पीड़ित धर्मादेवी की एप्लीकेशन थाने मे दी। लेकिन मौके पर सपना सिंह पत्नी कमलेश सिंह की ओर से काफी लोग थाने पहुंच गए। जहां पुलिस के दबाव में समझौता कराया गया। मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया ।अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति एडवा की मांग है कि पीड़िता धर्मा देवी को बंधक बनाया। पीड़िता धर्मा देवी का सामान भी सपना सिंह ने वापस नहीं किया गया है । अतः उनके सामान को वापस दिलाया जाए। पीड़िता धर्मा देवी दलित समाज से है तो sc-st एक्ट ,बंधक जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों पर उचित कार्रवाई की जाए। जिससे पीड़िता धर्मा देवी को न्याय मिले । गरीब परिवार को इंसाफ मिल सके।